बड़े हर्ष के साथ सूचित कर रहा हूँ कि कोलकाता से प्रकाशित मैथिली पत्रिका - कर्णामृत (जनवरी- जून 2019, लघुकथा अंक) में मेरी हिन्दी की मूल लघुकथा "जिज्जी की राखी" को मैथिली में अनूदित करके "दीदीक राखी" शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इसका अनुवाद श्री मिथिलेश कुमार झा जी ने किया है। इसके लिए पत्रिका के संपादन मंडल, विशेष रूप से अतिथि संपादक श्री अनमोल झा जी का बहुत आभारी हूँ।
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